TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    B से बिहार, B से बीड़ी: कांग्रेस के ट्वीट से मचा सियासी बवाल

    B से बिहार, B से बीड़ी: कांग्रेस के ट्वीट से मचा सियासी बवाल

    पीएम मोदी के आवास में भाजपा सांसदों का डिनर

    जेपी नड्डा के घर ‘डिनर’ से शुरू- पीएम मोदी के घर ‘डिनर’ पर खत्म: भाजपा सांसदों की ‘क्लास’ में क्या है ख़ास ?

    बिहार चुनाव 2025: भाजपा-एनडीए की रणनीति से बन सकता है इतिहास

    बिहार चुनाव 2025: भाजपा-एनडीए की रणनीति से बन सकता है इतिहास

    पश्चिम बंगाल विधानसभा में हंगामा: ममता बनर्जी का भाजपा पर हमला, लोकतंत्र पर गहरा सवाल

    पश्चिम बंगाल विधानसभा में हंगामा: ममता बनर्जी का भाजपा पर हमला, लोकतंत्र पर गहरा सवाल

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत के सम्मान से समझौता नहीं: अमेरिका के लिए चेतावनी है नवारो विवाद

    भारत के सम्मान से समझौता नहीं: अमेरिका के लिए चेतावनी है नवारो विवाद

    Modi government removes GST on health and life insurance

    Health और Life इंश्योरेंस पर GST खत्म कर मोदी सरकार ने ‘दादागीरी’ के खिलाफ बहुत बड़ा दांव चल दिया है, लेकिन कैसे ?

    टैरिफ वार और वैश्विक राजनीति: ट्रंप की नीति ने भारत को रूस-चीन के करीब पहुंचाया?

    टैरिफ वार और वैश्विक राजनीति: ट्रंप की नीति ने भारत को रूस-चीन के करीब पहुंचाया?

    दिपावली से पहले बड़ा तोहफा, जीएसटी में बड़ा बदलाव: क्या सस्ता, क्या महंगा–पूरी लिस्ट देखें

    दीपावली से पहले बड़ा तोहफा, जीएसटी में बड़ा बदलाव: क्या सस्ता, क्या महंगा पूरी लिस्ट देखें

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    पहली बार उत्तर प्रदेश के 7 शहरों में महिलाएं संभालेंगी ट्रैफिक व्यवस्था

    पहली बार उत्तर प्रदेश के 7 शहरों में महिलाएं संभालेंगी ट्रैफिक व्यवस्था

    भारत-रूस की अटूट दोस्ती: SCO समिट में मोदी–पुतिन की गूंज, दुनिया ने देखा भारत का बढ़ता कद

    भारत-रूस की अटूट दोस्ती: SCO समिट में मोदी–पुतिन की गूंज, दुनिया ने देखा भारत का बढ़ता कद

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारत के सम्मान से समझौता नहीं: अमेरिका के लिए चेतावनी है नवारो विवाद

    भारत के सम्मान से समझौता नहीं: अमेरिका के लिए चेतावनी है नवारो विवाद

    टैरिफ वार और वैश्विक राजनीति: ट्रंप की नीति ने भारत को रूस-चीन के करीब पहुंचाया?

    टैरिफ वार और वैश्विक राजनीति: ट्रंप की नीति ने भारत को रूस-चीन के करीब पहुंचाया?

    भारत सरकार का ‘भारती’ इनिशिएटिव: कृषि निर्यात को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का रोडमैप

    भारत सरकार का ‘भारती’ इनिशिएटिव: कृषि निर्यात को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का रोडमैप

    अब भारत में नहीं चलेगा विदेशी षड्यंत्र: एंटी-नेशनल गतिविधियों में शामिल विदेशियों को डिटेंशन कैंप से सीधा डिपोर्ट करेगी मोदी सरकार

    अब भारत में नहीं चलेगा विदेशी षड्यंत्र: एंटी-नेशनल गतिविधियों में शामिल विदेशियों को डिटेंशन कैंप से सीधा डिपोर्ट करेगी मोदी सरकार

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    काशी-मथुरा पर संवाद का रास्ता खुला: भागवत के संतुलित बयान को मदनी का समर्थन

    काशी-मथुरा पर संवाद का रास्ता खुला: भागवत के संतुलित बयान को मदनी का समर्थन

    ओणम सिर्फ फसल उत्सव नहीं: वामन और महाबली की कथा को बचाना हमारी जिम्मेदारी

    ओणम सिर्फ फसल उत्सव नहीं: वामन और महाबली की कथा को बचाना हमारी जिम्मेदारी

    अयोध्या में भूटान के प्रधानमंत्री का विशेष दौरा: रामलला के किए दर्शन, भारत-भूटान मित्रता को नई ऊंचाई

    अयोध्या में भूटान के प्रधानमंत्री का विशेष दौरा: रामलला के किए दर्शन, भारत-भूटान मित्रता को नई ऊंचाई

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    B से बिहार, B से बीड़ी: कांग्रेस के ट्वीट से मचा सियासी बवाल

    B से बिहार, B से बीड़ी: कांग्रेस के ट्वीट से मचा सियासी बवाल

    पीएम मोदी के आवास में भाजपा सांसदों का डिनर

    जेपी नड्डा के घर ‘डिनर’ से शुरू- पीएम मोदी के घर ‘डिनर’ पर खत्म: भाजपा सांसदों की ‘क्लास’ में क्या है ख़ास ?

    बिहार चुनाव 2025: भाजपा-एनडीए की रणनीति से बन सकता है इतिहास

    बिहार चुनाव 2025: भाजपा-एनडीए की रणनीति से बन सकता है इतिहास

    पश्चिम बंगाल विधानसभा में हंगामा: ममता बनर्जी का भाजपा पर हमला, लोकतंत्र पर गहरा सवाल

    पश्चिम बंगाल विधानसभा में हंगामा: ममता बनर्जी का भाजपा पर हमला, लोकतंत्र पर गहरा सवाल

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत के सम्मान से समझौता नहीं: अमेरिका के लिए चेतावनी है नवारो विवाद

    भारत के सम्मान से समझौता नहीं: अमेरिका के लिए चेतावनी है नवारो विवाद

    Modi government removes GST on health and life insurance

    Health और Life इंश्योरेंस पर GST खत्म कर मोदी सरकार ने ‘दादागीरी’ के खिलाफ बहुत बड़ा दांव चल दिया है, लेकिन कैसे ?

    टैरिफ वार और वैश्विक राजनीति: ट्रंप की नीति ने भारत को रूस-चीन के करीब पहुंचाया?

    टैरिफ वार और वैश्विक राजनीति: ट्रंप की नीति ने भारत को रूस-चीन के करीब पहुंचाया?

    दिपावली से पहले बड़ा तोहफा, जीएसटी में बड़ा बदलाव: क्या सस्ता, क्या महंगा–पूरी लिस्ट देखें

    दीपावली से पहले बड़ा तोहफा, जीएसटी में बड़ा बदलाव: क्या सस्ता, क्या महंगा पूरी लिस्ट देखें

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    पहली बार उत्तर प्रदेश के 7 शहरों में महिलाएं संभालेंगी ट्रैफिक व्यवस्था

    पहली बार उत्तर प्रदेश के 7 शहरों में महिलाएं संभालेंगी ट्रैफिक व्यवस्था

    भारत-रूस की अटूट दोस्ती: SCO समिट में मोदी–पुतिन की गूंज, दुनिया ने देखा भारत का बढ़ता कद

    भारत-रूस की अटूट दोस्ती: SCO समिट में मोदी–पुतिन की गूंज, दुनिया ने देखा भारत का बढ़ता कद

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारत के सम्मान से समझौता नहीं: अमेरिका के लिए चेतावनी है नवारो विवाद

    भारत के सम्मान से समझौता नहीं: अमेरिका के लिए चेतावनी है नवारो विवाद

    टैरिफ वार और वैश्विक राजनीति: ट्रंप की नीति ने भारत को रूस-चीन के करीब पहुंचाया?

    टैरिफ वार और वैश्विक राजनीति: ट्रंप की नीति ने भारत को रूस-चीन के करीब पहुंचाया?

    भारत सरकार का ‘भारती’ इनिशिएटिव: कृषि निर्यात को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का रोडमैप

    भारत सरकार का ‘भारती’ इनिशिएटिव: कृषि निर्यात को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का रोडमैप

    अब भारत में नहीं चलेगा विदेशी षड्यंत्र: एंटी-नेशनल गतिविधियों में शामिल विदेशियों को डिटेंशन कैंप से सीधा डिपोर्ट करेगी मोदी सरकार

    अब भारत में नहीं चलेगा विदेशी षड्यंत्र: एंटी-नेशनल गतिविधियों में शामिल विदेशियों को डिटेंशन कैंप से सीधा डिपोर्ट करेगी मोदी सरकार

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    काशी-मथुरा पर संवाद का रास्ता खुला: भागवत के संतुलित बयान को मदनी का समर्थन

    काशी-मथुरा पर संवाद का रास्ता खुला: भागवत के संतुलित बयान को मदनी का समर्थन

    ओणम सिर्फ फसल उत्सव नहीं: वामन और महाबली की कथा को बचाना हमारी जिम्मेदारी

    ओणम सिर्फ फसल उत्सव नहीं: वामन और महाबली की कथा को बचाना हमारी जिम्मेदारी

    अयोध्या में भूटान के प्रधानमंत्री का विशेष दौरा: रामलला के किए दर्शन, भारत-भूटान मित्रता को नई ऊंचाई

    अयोध्या में भूटान के प्रधानमंत्री का विशेष दौरा: रामलला के किए दर्शन, भारत-भूटान मित्रता को नई ऊंचाई

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

मुंगेर और मोदीनगर की राह पर चल पड़ा है शिवकाशी!

जाने किसकी नज़र लग गई!

Pratyush Madhav द्वारा Pratyush Madhav
26 September 2023
in मत
मुंगेर और मोदीनगर की राह पर चल पड़ा है शिवकाशी!
Share on FacebookShare on X

कभी सोचा है कि मुंगेर, मोदीनगर और शिवकाशी में क्या समान बात है?  ये तीनों शहर अपने इतिहास में एक समान सूत्र साझा करते हैं, क्योंकि एक समय ये भारत के औद्योगिक केंद्र जो ठहरे। एक समय मुंगेर शस्त्र निर्माण के लिए प्रसिद्ध था, जबकि मोदीनगर कपड़ा मिलों के कारण समृद्ध था, और शिवकाशी ने पटाखों और माचिस की डिब्बियों के कारण अपना नाम बनाया।

परन्तु आज तो स्थिति कुछ और ही है! मुंगेर और मोदीनगर ने अपनी औद्योगिक चमक खो दी है और अब वे अपने पूर्व स्वरूप की छाया मात्र रह गए हैं। दुर्भाग्य से, शिवकाशी भी इसी राह पर चल पड़ा है। अब प्रश्न तो स्वाभाविक है: आखिर क्यों?

संबंधितपोस्ट

काशी-मथुरा पर संवाद का रास्ता खुला: भागवत के संतुलित बयान को मदनी का समर्थन

वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में भारत की 7.8% जीडीपी वृद्धि: ट्रंप के ‘मृत अर्थव्यवस्था’ वाले दावे को करारा जवाब

एक जंग में फ्रांस मेडागास्कर के राजा का सिर काट कर अपने देश ले गए थे, अब 128 साल बाद लौटाईं तीन खोपड़ियां

और लोड करें

इसका उत्तर उन व्यक्तियों के समूह के ठोस प्रयासों में निहित है जिन्हें अक्सर बुद्धिजीवियों और पर्यावरणविदों के रूप में जाना जाता है। ऐसा लगता है कि वे ऐसी किसी भी चीज़ का विरोध करते हैं जो खुशी लाती है या भारत की आर्थिक वृद्धि में योगदान देती है, शिवकाशी उनका नवीनतम शिकार है। तो सभी को सादर नमस्कार, और जुड़िये हमारे साथ शिवकाशी के सामने वर्तमान चुनौतियों का पता लगाने, एवं पर्यावरणीय चिंताओं और आर्थिक प्रगति के बीच टकराव की जांच करने।

एक “पटाखा केंद्र” से कहीं अधिक है शिवकाशी!

एक समय शिवकाशी तमिलनाडु के लिए वही था, जो जो उत्तर प्रदेश के लिए कानपुर का था, अर्थात एक संपन्न औद्योगिक केंद्र। शिवकाशी सिर्फ एक आर्थिक महाशक्ति नहीं थी; यह संस्कृति और इतिहास से समृद्ध शहर था, जिसमें न केवल उद्योग की विरासत बल्कि आध्यात्मिक महत्व भी था। हालाँकि बहुत से लोग नहीं जानते होंगे कि शिवकाशी में बद्रकाली अम्मन मंदिर जैसे कुछ पवित्र स्थान भी हैं, जो इसकी सांस्कृतिक संपदा को बढ़ाते हैं। इसके अलावा, अति लोकप्रिय  सुपरस्टार श्रीदेवी का जन्म शिवकाशी के मुख्य नगर  से थोड़ी दूर एक गाँव में हुआ था। अब ऐसी विविध विरासत कौन नहीं चाहेगा?

शिवकाशी की अर्थव्यवस्था के केंद्र में तीन महत्वपूर्ण उद्योग हैं: पटाखे, माचिस निर्माण और छपाई यानि प्रिंटिंग उद्योग। इसकी सीमाओं के भीतर, 520 पंजीकृत मुद्रण उद्योग, 53 माचिस कारखाने, 32 रासायनिक कारखाने, सात सोडा कारखाने, चार आटा मिलें, और दो चावल और तेल मिलें फली-फूलीं। यह शहर देश भर में पटाखा निर्माण के लिए केंद्रीय केंद्र के रूप में कार्य करता था।

और पढ़ें: कैसे एमबीए की अनेक स्ट्रीम एक प्रोफेशन में समाहित होती है – भारतीय गृहणी

वर्ष 2020 में, शिवकाशी में लगभग 1070 पंजीकृत पटाखा निर्माण कंपनियों ने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से 800,000 व्यक्तियों को रोजगार प्रदान किया। कुछ निजी उद्यमों का वार्षिक कारोबार ₹5 बिलियन (US$63 मिलियन) से भी अधिक होने का दावा किया गया।

2011 में, शिवकाशी में पटाखा, माचिस बनाने और प्रिंटिंग उद्योगों का संचयी अनुमानित कारोबार प्रभावशाली ₹ 20 बिलियन (US$250 मिलियन) था। आश्चर्यजनक रूप से, भारत में उत्पादित लगभग 70% पटाखे और माचिस शिवकाशी से आए थे। शहर की गर्म और शुष्क जलवायु ने इन उद्योगों के पनपने के लिए आदर्श परिस्थितियाँ तैयार कीं।

इसके अलावा, शिवकाशी ने डायरी उत्पादन के क्षेत्र में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसने भारत में उत्पादित सभी डायरियों में 30% का योगदान दिया। प्रारंभ में, शहर में मुद्रण उद्योग मुख्य रूप से पटाखों के लिए लेबल बनाने पर केंद्रित था, लेकिन तब से यह काफी विकसित हुआ है, जिसमें एक गतिशील मुद्रण केंद्र के रूप में उभरने के लिए आधुनिक मशीनरी को शामिल किया गया है।

शिवकाशी सिर्फ एक औद्योगिक शहर से कहीं अधिक रहा है; यह समृद्ध विरासत वाला एक जीवंत, बहुआयामी समुदाय था, एक आर्थिक महाशक्ति था जिसने देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया और एक ऐसा स्थान जहां संस्कृति, वाणिज्य और शिल्प कौशल पूर्ण सामंजस्य में थे।

कैसे चला शिवकाशी मुंगेर और मोदीनगर की राह पर?

तो फिर शिवकाशी की समृद्धि को आखिर किसकी कुदृष्टि लग गई? इसके पीछे तीन प्रमुख कारण है: समाजवाद, समाजवाद और ढेर सारा समाजवाद! वो कैसे? इसी विचारधारा ने कभी अन्य समृद्ध औद्योगिक केंद्रों जैसे कि हथियार निर्माण के लिए मशहूर मुंगेर और  कपडा उद्योग के लिए चर्चित मोदीनगर को एक ‘घोस्ट टाउन’  में परिवर्तित करने में ‘महत्वपूर्ण’ भूमिका निभाई, जिसका औद्योगिक गौरव छीन लिया गया।

अब इन जीवंत औद्योगिक केन्द्रों पर समाजवाद की छाया कैसे पड़ी? 1950 में, एक राष्ट्र के रूप में बिखरे और कुचले होने के बावजूद, भारत ने इंडोनेशिया, दक्षिण कोरिया और यहां तक कि जापान और चीन जैसे देशों से बेहतर बुनियादी ढांचे को प्राप्त किया था। यदि हमने मुंगेर और कानपुर जैसे शहरों की क्षमता का दोहन किया होता, जो अपने-अपने उद्योगों में फल-फूल रहे थे, तो भारत कुछ ही समय में एक औद्योगिक महाशक्ति के रूप में उभर सकता था।

हालाँकि, नेहरू और उनके उत्तराधिकारियों जैसे नेताओं द्वारा समर्थित फैबियन समाजवाद ने न केवल हमारी आर्थिक वृद्धि को अवरुद्ध किया, बल्कि इन औद्योगिक शहरों की क्षमता पर भी ग्रहण लगा दिया। विडंबना यह है कि स्वतंत्रता के बाद की सरकार ने अहिंसा की वकालत करते हुए हथियारों के उत्पादन सहित उद्योगों पर गंभीर प्रतिबंध लगा दिए। कल्पना करें कि यदि इसके स्थान पर इन उद्योगों का पोषण किया गया होता; इन कस्बों का परिदृश्य  पूरी तरह से अलग होता। मुंगेर तो 1960 या 1970 के दशक में भारत का पहला रक्षा केंद्र बन सकता था, और मोदीनगर एवं कानपुर टेक्सटाइल उद्योग में मैनचेस्टर को मीलों पीछे छोड़ दिए होते।

और पढ़ें: पीपल के पेड़ काटकर पाईन के पेड़ लगाना कोई समझदारी नहीं!

कुछ रिपोर्टें मोदीनगर की गिरावट का कारण पारिवारिक विवादों को बताती हैं, परन्तु असली दोषी ट्रेड यूनियनवादियों द्वारा निरंतर हड़ताल का आह्वान करना था । इसी तरह की रणनीति ने कानपुर, कोलकाता जैसे शहरों को पंगु बना दिया था और मुंबई को लगभग नष्ट कर दिया था। तो, इसका शिवकाशी से क्या संबंध है?  कुछ लोग दुर्घटनाओं और बाल श्रम को इसके पतन का कारण बताते हैं, जबकि सत्य तो कुछ और ही है।

स्वार्थी पर्यावरणविदों ने, थूथुकुडी में स्टरलाइट संयंत्र को बंद कर भारत को तांबे के निर्यातक से आयातक में बदल दिया, और फिर शिवकाशी की ओर अपनी कुदृष्टि घुमाई। वायु प्रदूषण पर उनके प्रभाव पर विपरीत शोधपत्रों के बावजूद, कई क्षेत्रों में पटाखों पर प्रतिबंध लगाने के उनके सुनियोजित अभियान, शिवकाशी की औद्योगिक चमक फीकी पड़ने के प्राथमिक कारणों में से एक हैं। इनमें से कई तो ऐसे हैं, जो बिना SUV के तड़पने लगते हैं, परन्तु अपने सुख के लिए ये लाखों बच्चों को उदास करने और करोड़ों लोगों की दीपावली मनहूस बनाने को तैयार हैं!

ये अस्वीकार्य है!

चूंकि सुप्रीम कोर्ट के केवल ‘हरित पटाखे’ बनाने के निर्देश के कारण आतिशबाजी निर्माण उद्योग पर अनिश्चितता मंडरा रही है, शिवकाशी और उसके संबद्ध उद्योगों में आठ लाख श्रमिकों को अनिश्चित भविष्य का सामना करना पड़ रहा है। पहले ही, COVID-19 महामारी सहित विभिन्न कारकों के कारण 1.5 लाख नौकरियाँ नष्ट हो चुकी हैं। यदि लोग इस सिलेक्टिव एक्टिविज़्म का विरोध नहीं करते हैं, जो तमिलनाडु में रोजगार को खतरे में डालती है और पूरे देश को प्रभावित करती है, तो आगे और भी नौकरियां जाने का खतरा है।

अगर किसी ‘पर्यावरण रक्षक’ को पटाखों से समस्या है, तो वह कभी भी स्विट्ज़रलैंड या अमेरिका जैसे अपने प्रिय डेस्टिनेशन की टिकट कटवा सकता है। परन्तु कुछ दिनों की ‘तकलीफ’ के पीछे लाखों लोगों के रोज़ी रोटी छीनने एवं बच्चों के मुख से मुस्कान छीनने का अधिकार इन एक्टिविस्टों को किसने दिया? ये दोमुंहापन स्वीकार्य नहीं है! इनकी कुंठा के लिए हम अपने संस्कृति और अर्थ से क्यों समझौता करें?

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Tags: declineeconomyEmploymentenvironmentalistsfirecrackersgreen crackersHistoryindustrial hubsindustrial powerhouseIntellectualsjob lossesLivelihoodsmatchbox manufacturingModi NagarMungerOppositionprintingrestrictionsselective activismSivakasiSocialismSridevistrikestrade unioniststurnover
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

अब ट्रूडो के दावों को कैनेडियाई मीडिया ही कर रहा “फैक्ट चेक!”

अगली पोस्ट

“नमस्ते फ्रॉम भारत”: वैश्विक व्यवस्था के लिए जयशंकर का स्पष्ट सन्देश!

संबंधित पोस्ट

B से बिहार, B से बीड़ी: कांग्रेस के ट्वीट से मचा सियासी बवाल
चर्चित

B से बिहार, B से बीड़ी: कांग्रेस के ट्वीट से मचा सियासी बवाल

5 September 2025

बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस की केरल इकाई का एक विवादित ट्वीट विपक्ष के लिए सिरदर्द और भाजपा-जेडीयू गठबंधन के लिए बड़ा चुनावी मुद्दा बन...

बिहार चुनाव 2025: भाजपा-एनडीए की रणनीति से बन सकता है इतिहास
चर्चित

बिहार चुनाव 2025: भाजपा-एनडीए की रणनीति से बन सकता है इतिहास

4 September 2025

बिहार की राजनीति में 2025 का विधानसभा चुनाव एक निर्णायक मोड़ साबित हो सकता है। भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने यह स्पष्ट कर दिया...

‘हनक’ वाली राजनीति के आदी रहे हरियाणा में ‘सादगी’ से दिल कैसे जीत रहे हैं नायब सिंह सैनी?
चर्चित

‘हनक’ वाली राजनीति के आदी रहे हरियाणा में ‘सादगी’ से दिल कैसे जीत रहे हैं नायब सिंह सैनी?

3 September 2025

हरियाणा में भले ही विधानसभा की 90 सीट हों और इस लिहाज़ से ये छोटा प्रदेश माना जाता हो, लेकिन ऐतिहासिक रूप से हरियाणा का...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Why Hindus Should Reclaim The Forgotten Truth of Onam | Sanatan Roots vs Secular Lies

Why Hindus Should Reclaim The Forgotten Truth of Onam | Sanatan Roots vs Secular Lies

00:07:03

Suhana Khan in Trouble? Alleged Fake Farmer Claim and the ₹22 Crore Land Deal

00:05:55

IAF’s Arabian Sea Drill: Is it A Routine exercise or Future Warfare Preparation?

00:05:26

Ganesha’s Empire Beyond Bharat: The Forgotten History of Sanatan Dharma in Asia

00:07:16

The Truth Behind Infiltration, Political Appeasement, and the Battle for Identity.

00:06:28
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited