कहा जाता है जब सूरदास मथुरा के गाऊघाट पर रहते थे तो एक दिन वहाँ से वल्लभाचार्य गुजर रहे थे। वल्लभाचार्य ने जब सूरदास को गाते हुए सुना।
TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    बिहार 2025: नीतीश के अनुभव बनाम तेजस्वी की चुनौती, PK के प्रयोग से सियासत में रोमांच

    बिहार 2025: नीतीश के अनुभव बनाम तेजस्वी की चुनौती, PK के प्रयोग से सियासत में रोमांच

    भ्रष्टाचार की सड़ांध और चेन्नई से Wintrack Inc की विदाई: जब सरकार और अफ़सर दोनों जिम्मेदार हों

    भ्रष्टाचार की सड़ांध और चेन्नई से Wintrack Inc की विदाई: जब सरकार और अफ़सर दोनों जिम्मेदार हों

    विजयदशमी पर सरसंघचालक का संदेश: आत्मनिर्भर भारत की वैश्विक भूमिका

    विजयदशमी पर सरसंघचालक का संदेश: आत्मनिर्भर भारत की वैश्विक भूमिका

    नहीं बच पाएंगे बरेली हिंसा के आरोपी, पुलिस अब इस सॉफ्टवेयर से पकड़ेगी आरोपियों को

    नहीं बच पाएंगे बरेली हिंसा के आरोपी, पुलिस अब इस सॉफ्टवेयर से पकड़ेगी आरोपियों को

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत का वैश्विक विस्तार: मुक्त व्यापार समझौतों से आर्थिक आत्मनिर्भरता की नई परिभाषा

    भारत का वैश्विक विस्तार: मुक्त व्यापार समझौतों से आर्थिक आत्मनिर्भरता की नई परिभाषा

    भारत के फैसलों पर सीधे हस्तक्षेप नहीं कर सकता अमेरिका, ट्रंप के सहयोगी ने ही अमेरिका को सुनाया

    भारत के फैसलों पर सीधे हस्तक्षेप नहीं कर सकता अमेरिका, ट्रंप के सहयोगी ने ही अमेरिका को सुनाया

    भ्रष्टाचार की सड़ांध और चेन्नई से Wintrack Inc की विदाई: जब सरकार और अफ़सर दोनों जिम्मेदार हों

    भ्रष्टाचार की सड़ांध और चेन्नई से Wintrack Inc की विदाई: जब सरकार और अफ़सर दोनों जिम्मेदार हों

    साम्राज्य का क्षय बनाम राष्ट्र का उत्थान: अमेरिका और भारत की दो राहें

    साम्राज्य का क्षय बनाम राष्ट्र का उत्थान: अमेरिका और भारत की दो राहें

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    आत्मनिर्भर भारत की ओर बड़ा कदम: कर्नाटक में बनेगा H125 हेलिकॉप्टर

    आत्मनिर्भर भारत की ओर बड़ा कदम: कर्नाटक में बनेगा H125 हेलिकॉप्टर

    ऑपरेशन सिंदूर में नष्ट हुए थे पाकिस्तान के एक दर्जन से ज्यादा विमान, AWACS समेत कई F-16 भी हुए थे तबाह- वायुसेना प्रमुख ने पाकिस्तान का करवाया सच से सामना

    ऑपरेशन सिंदूर में नष्ट हुए थे पाकिस्तान के एक दर्जन से ज्यादा विमान, AWACS समेत कई F-16 भी हुए थे तबाह- वायुसेना प्रमुख ने पाकिस्तान का करवाया सच से सामना

    शताब्दी विजयादशमी : मोहन भागवत ने दिखाई भारत की राह, गांधी-शास्त्री से हिंदू राष्ट्र तक

    शताब्दी समारोह : मोहन भागवत ने दिखाई भारत की राह, गांधी-शास्त्री से हिंदू राष्ट्र तक

    अमेरिका ने भारत को सौंपा चौथा GE-F404 इंजन, तेजस Mk1A प्रोग्राम को मिलेगी रफ्तार

    अमेरिका ने भारत को सौंपा चौथा GE-F404 इंजन, तेजस Mk1A प्रोग्राम को मिलेगी रफ्तार

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारत का वैश्विक विस्तार: मुक्त व्यापार समझौतों से आर्थिक आत्मनिर्भरता की नई परिभाषा

    भारत का वैश्विक विस्तार: मुक्त व्यापार समझौतों से आर्थिक आत्मनिर्भरता की नई परिभाषा

    इजराइल-हमास के बीच सीजफायर समझौता

    क्या ‘टू स्टेट सॉल्यूशन’ के लिए आखिरी कील साबित होने वाली है ट्रम्प की शांति योजना?

    भारत के फैसलों पर सीधे हस्तक्षेप नहीं कर सकता अमेरिका, ट्रंप के सहयोगी ने ही अमेरिका को सुनाया

    भारत के फैसलों पर सीधे हस्तक्षेप नहीं कर सकता अमेरिका, ट्रंप के सहयोगी ने ही अमेरिका को सुनाया

    “भारत का सब्र टूटा: क्या संयुक्त राष्ट्र से बाहर निकलना ही रास्ता है?”

    भारत का सब्र टूटा: क्या संयुक्त राष्ट्र से बाहर निकलना ही रास्ता है?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    कैसे अटल बिहारी वाजपेयी ने हिंदी को संयुक्त राष्ट्र तक पहुँचाकर रचा इतिहास और संयुक्त राष्ट्र के हॉल में गूंजाई भारत की आवाज़

    कैसे अटल बिहारी वाजपेयी ने हिंदी को संयुक्त राष्ट्र तक पहुँचाकर रचा इतिहास और संयुक्त राष्ट्र के हॉल में गूंजाई भारत की आवाज़

    भारत-अफगान रिश्तों की नई उड़ान: काबुल से दिल्ली तक, बदलते समीकरणों के बीच नई रणनीतिक धारा

    भारत-अफगान रिश्तों की नई उड़ान: काबुल से दिल्ली तक, बदलते समीकरणों के बीच नई रणनीतिक धारा

    देवगढ़ किला और गढ़रियार राजवंश की 400 साल पुरानी तोपों का विवाद: 12 साल पहले लिया था सेना ने अपने कब्जे में, अब राजवंश परिवार मांग रहे अपनी तोपें

    देवगढ़ किला और गढ़रियार राजवंश की 400 साल पुरानी तोपों का विवाद: 12 साल पहले लिया था सेना ने अपने कब्जे में, अब राजवंश परिवार मांग रहे अपनी तोपें

    विजयादशमी, राम की रावण पर विजय और भगवद्गीता में अर्जुन को दिए गए कृष्ण के उपदेश के माध्यम से चित्रित — जो धर्म पर अधर्म की शाश्वत विजय का प्रतीक है।

    अधर्म पर धर्म की विजय के पर्व विजयदशमी को भागवद्गीता की दृष्टि से देखने पर क्या मिलता है?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    बिहार 2025: नीतीश के अनुभव बनाम तेजस्वी की चुनौती, PK के प्रयोग से सियासत में रोमांच

    बिहार 2025: नीतीश के अनुभव बनाम तेजस्वी की चुनौती, PK के प्रयोग से सियासत में रोमांच

    भ्रष्टाचार की सड़ांध और चेन्नई से Wintrack Inc की विदाई: जब सरकार और अफ़सर दोनों जिम्मेदार हों

    भ्रष्टाचार की सड़ांध और चेन्नई से Wintrack Inc की विदाई: जब सरकार और अफ़सर दोनों जिम्मेदार हों

    विजयदशमी पर सरसंघचालक का संदेश: आत्मनिर्भर भारत की वैश्विक भूमिका

    विजयदशमी पर सरसंघचालक का संदेश: आत्मनिर्भर भारत की वैश्विक भूमिका

    नहीं बच पाएंगे बरेली हिंसा के आरोपी, पुलिस अब इस सॉफ्टवेयर से पकड़ेगी आरोपियों को

    नहीं बच पाएंगे बरेली हिंसा के आरोपी, पुलिस अब इस सॉफ्टवेयर से पकड़ेगी आरोपियों को

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत का वैश्विक विस्तार: मुक्त व्यापार समझौतों से आर्थिक आत्मनिर्भरता की नई परिभाषा

    भारत का वैश्विक विस्तार: मुक्त व्यापार समझौतों से आर्थिक आत्मनिर्भरता की नई परिभाषा

    भारत के फैसलों पर सीधे हस्तक्षेप नहीं कर सकता अमेरिका, ट्रंप के सहयोगी ने ही अमेरिका को सुनाया

    भारत के फैसलों पर सीधे हस्तक्षेप नहीं कर सकता अमेरिका, ट्रंप के सहयोगी ने ही अमेरिका को सुनाया

    भ्रष्टाचार की सड़ांध और चेन्नई से Wintrack Inc की विदाई: जब सरकार और अफ़सर दोनों जिम्मेदार हों

    भ्रष्टाचार की सड़ांध और चेन्नई से Wintrack Inc की विदाई: जब सरकार और अफ़सर दोनों जिम्मेदार हों

    साम्राज्य का क्षय बनाम राष्ट्र का उत्थान: अमेरिका और भारत की दो राहें

    साम्राज्य का क्षय बनाम राष्ट्र का उत्थान: अमेरिका और भारत की दो राहें

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    आत्मनिर्भर भारत की ओर बड़ा कदम: कर्नाटक में बनेगा H125 हेलिकॉप्टर

    आत्मनिर्भर भारत की ओर बड़ा कदम: कर्नाटक में बनेगा H125 हेलिकॉप्टर

    ऑपरेशन सिंदूर में नष्ट हुए थे पाकिस्तान के एक दर्जन से ज्यादा विमान, AWACS समेत कई F-16 भी हुए थे तबाह- वायुसेना प्रमुख ने पाकिस्तान का करवाया सच से सामना

    ऑपरेशन सिंदूर में नष्ट हुए थे पाकिस्तान के एक दर्जन से ज्यादा विमान, AWACS समेत कई F-16 भी हुए थे तबाह- वायुसेना प्रमुख ने पाकिस्तान का करवाया सच से सामना

    शताब्दी विजयादशमी : मोहन भागवत ने दिखाई भारत की राह, गांधी-शास्त्री से हिंदू राष्ट्र तक

    शताब्दी समारोह : मोहन भागवत ने दिखाई भारत की राह, गांधी-शास्त्री से हिंदू राष्ट्र तक

    अमेरिका ने भारत को सौंपा चौथा GE-F404 इंजन, तेजस Mk1A प्रोग्राम को मिलेगी रफ्तार

    अमेरिका ने भारत को सौंपा चौथा GE-F404 इंजन, तेजस Mk1A प्रोग्राम को मिलेगी रफ्तार

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारत का वैश्विक विस्तार: मुक्त व्यापार समझौतों से आर्थिक आत्मनिर्भरता की नई परिभाषा

    भारत का वैश्विक विस्तार: मुक्त व्यापार समझौतों से आर्थिक आत्मनिर्भरता की नई परिभाषा

    इजराइल-हमास के बीच सीजफायर समझौता

    क्या ‘टू स्टेट सॉल्यूशन’ के लिए आखिरी कील साबित होने वाली है ट्रम्प की शांति योजना?

    भारत के फैसलों पर सीधे हस्तक्षेप नहीं कर सकता अमेरिका, ट्रंप के सहयोगी ने ही अमेरिका को सुनाया

    भारत के फैसलों पर सीधे हस्तक्षेप नहीं कर सकता अमेरिका, ट्रंप के सहयोगी ने ही अमेरिका को सुनाया

    “भारत का सब्र टूटा: क्या संयुक्त राष्ट्र से बाहर निकलना ही रास्ता है?”

    भारत का सब्र टूटा: क्या संयुक्त राष्ट्र से बाहर निकलना ही रास्ता है?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    कैसे अटल बिहारी वाजपेयी ने हिंदी को संयुक्त राष्ट्र तक पहुँचाकर रचा इतिहास और संयुक्त राष्ट्र के हॉल में गूंजाई भारत की आवाज़

    कैसे अटल बिहारी वाजपेयी ने हिंदी को संयुक्त राष्ट्र तक पहुँचाकर रचा इतिहास और संयुक्त राष्ट्र के हॉल में गूंजाई भारत की आवाज़

    भारत-अफगान रिश्तों की नई उड़ान: काबुल से दिल्ली तक, बदलते समीकरणों के बीच नई रणनीतिक धारा

    भारत-अफगान रिश्तों की नई उड़ान: काबुल से दिल्ली तक, बदलते समीकरणों के बीच नई रणनीतिक धारा

    देवगढ़ किला और गढ़रियार राजवंश की 400 साल पुरानी तोपों का विवाद: 12 साल पहले लिया था सेना ने अपने कब्जे में, अब राजवंश परिवार मांग रहे अपनी तोपें

    देवगढ़ किला और गढ़रियार राजवंश की 400 साल पुरानी तोपों का विवाद: 12 साल पहले लिया था सेना ने अपने कब्जे में, अब राजवंश परिवार मांग रहे अपनी तोपें

    विजयादशमी, राम की रावण पर विजय और भगवद्गीता में अर्जुन को दिए गए कृष्ण के उपदेश के माध्यम से चित्रित — जो धर्म पर अधर्म की शाश्वत विजय का प्रतीक है।

    अधर्म पर धर्म की विजय के पर्व विजयदशमी को भागवद्गीता की दृष्टि से देखने पर क्या मिलता है?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

अंधे थे, लेकिन नेत्र ईश्वर को देखते थे… कुएँ में गिरे तो श्रीकृष्ण ने दिया दर्शन, ठुकरा दिया था अकबर का प्रस्ताव

वल्लभाचार्य ने सूरदास को पुष्टिमार्गीय भक्ति में दीक्षित किया

architsingh द्वारा architsingh
26 October 2024
in इतिहास, ज्ञान, धार्मिक कथा, संस्कृति
सूरदास, भक्त कवि

सूरदास के सख्य, प्रेम और वात्सल्य के इन पदों की ख्याति दूर-दूर तक फैल गई थी

Share on FacebookShare on X

मध्यकाल के पूर्वार्द्ध, अर्थात भक्तिकाल में जब कृष्ण भक्त कवियों की चर्चा की जाती है तो सूरदास का नाम सबसे पहले आता है। 1478 ईस्वी में मथुरा के रुनकता नामक ग्राम में एक ब्राह्मण परिवार में जन्मे सूरदास का बचपन का नाम सुरध्वज था। इनके विषय में कुछ लोगों का मानना है कि ये जन्म से ही अंधे थे तथा परिवार की उपेक्षा के कारण घर छोड़कर मथुरा के गऊ घाट पर रहने के लिए चले गए थे।

चंदवरदाई के वंशज थे सूरदास

सूरदास के परिवार के सम्बन्ध में ‘साहित्य लहरी’ के अंतिम एक पद में जिक्र है कि ये पृथ्वीराज चौहान के दरबारी कवि चंदवरदाई के वंशज हैं। इन कवियों के कुल में एक हरिचंद थे, जिनके 7 पुत्र थे और इनमें सबसे छोटे पुत्र ही सूरदास थे। कहा जाता है कि जब सूरदास के सभी बड़े भाई मुसलमानों के साथ युद्ध करते हुए वीरगति को प्राप्त हो गए थे। ऐसे में नेत्रहीन सूरदास काफी समय तक इधर-उधर भटकते रहे। ऐसे ही भटकते हुए एक दिन वे कुऍं में गिर गए और कई दिनों तक वहीं पड़े रहे। इस दौरान उन्होंने सिर्फ कृष्ण का ध्यान करते हुए भक्ति-भाव के साथ उनको पुकारा जिससे प्रसन्न होकर एक दिन भगवान श्री कृष्ण ने उन्हें उनकी नेत्र ज्योति लौटाकर दर्शन दिए।

संबंधितपोस्ट

भारतीय इतिहास शास्त्र की अवधारणा एवं स्वरूप

बैटल ऑफ सारागढ़ी: दुनिया का सबसे बेहतरीन लास्ट स्टैंड- जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे, लेकिन पहचान सिर्फ 21 सिख जवानों को ही क्यों मिली ?

‘इतिहास’ का अनुवाद ‘हिस्ट्री’ नहीं होता

और लोड करें

कृष्ण के दर्शन पाकर सूरदास ने उनसे मांगा कि जिन आंखों से उन्होंने अपने आराध्य को देखा है उन आँखों से वे अब कुछ और देखना नहीं चाहते। श्री कृष्ण ने उन्हें कुएँ से निकालते हुए उनकी आंखें पुनः सदा के लिए बंद कर दी। इन बंद आँखों से ही सूरदास ने जिन पदों की रचना की उनमें वात्सल्य, प्रेम, प्रकृति, कृष्ण लीला आदि का इतना सजीव अंकन हुआ है कि कुछ विद्वान तो यहाँ तक कहते हैं कि सूरदास जन्म से अंधे नहीं थे। क्योंकि जो व्यक्ति जन्म से अंधा होगा वह इतना सटीक और सुंदर वर्णन अपने पदों में नहीं कर सकता। हालाँकि आज भी विद्वानों में इस विषय में मतभेद है कि क्या सूरदास जन्म से ही नेत्रहीन थे या बाद में उन्होंने अपनी ज्योति खोई।

हालाँकि इस विवाद से हटकर यदि सूर दास की रचनाओं को देखा जाए तो वास्तव में इनके पद अद्भुत हैं। रोचक बात तो यह है कि सुर दास ने किसी प्रबंध काव्य की रचना नहीं की अपितु इनके सभी पद मुक्तक में रचे गए हैं। सूरदास के प्रारम्भिक पदों में दैन्य अर्थात दुखियारा या दीनता का भाव दिखता है बाद में इनकी भक्ति का रूप भी बदला। देखा जाए तो इनकी रचनाओं में भक्ति के दो चरण मिलते हैं। पहला चरण वल्लभाचार्य से मिलने के पूर्व का है, जिसमें सूरदास वल्लभ संप्रदाय में दीक्षित होने से पूर्व दैन्यभाव पर आधारित भक्ति के पदों की रचना कर रहे थे।

पुष्टिमार्गीय भक्ति पर ऐसे चल बढ़े सूरदास

दूसरा चरण वल्लभाचार्य से मिलने के बाद आरंभ होता है, जब सूरदास वल्लभ संप्रदाय में दीक्षित होकर पुष्टिमार्गीय भक्ति पर आधारित भक्ति के पदों की रचना की ओर प्रवृत हुए। सूरदास की भक्ति भावना में इस प्रकार के पदों का बाहुल्य देखा जा सकता है। यहाँ बता दें कि वल्लभाचार्य सूरदास के गुरु थे। वल्लभाचार्य सूरदास के गुरु कैसे बने इस सम्बंध में एक किंवदंती अत्यधिक प्रचलित है। कहा जाता है जब सूरदास मथुरा के गाऊघाट पर रहते थे तो एक दिन वहाँ से वल्लभाचार्य गुजर रहे थे। वल्लभाचार्य ने जब सूरदास को गाते हुए सुना। उस समय सूरदास विनय के ये पद गा रहे थे-

‘हौं हरि सब पतितन कौ नायक’
‘प्रभु! हौं सब पतितन कौ टीकौ।’

चूँकि सूरदास ऐसे विनय और दीनता के पद ही गाते थे ऐसे में वल्लभाचार्य ने जब सूरदास के इन दीनतापूर्ण पदों को सुना, तो उन्होंने सूर से कहा:

“जो सूर ह्वै कै ऐसो घिघियात काहे को है? कुछ भगवत् लीला वर्णन करौ।”

इस पर सूरदास ने स्वयं को अज्ञानी बताते हुए कहा कि मुझे तो भगवान की लीलाओं का जरा भी ज्ञान नहीं है। ऐसा सुनकर वल्लभाचार्य ने सूरदास को अपने संप्रदाय में स्वीकारते हुए पुष्टिमार्ग में दीक्षित करने का निश्चय किया। और इस तरह सूरदास को अपना शिष्य स्वीकारा। वल्लभाचार्य ने सूरदास को अपनी दशम स्कंध की अनुक्रमणिका सुनाकर भगवान की लीलाओं से अवगत कराया। फिर क्या था, जो सूरदास अब तक “अबकी राखि लेहु, भगवान…।” जैसे दास्य भाव से युक्त पदों को गा रहे थे उनके पदों में अब प्रेम, वात्सल्य जैसे भाव भर गए।

जब अकबर से मिले प्रज्ञाचक्षु संत

सूरदास के सख्य, प्रेम और वात्सल्य के इन पदों की ख्याति दूर-दूर तक फैलने लगी। कुछ लोगों के अनुसार उस समय के मुगल शासक अकबर भी सूरदास से स्वयं मिलने आए थे। कहते हैं कि एक बार तानसेन ने मुगल दरबार में सूरदास का एक पद गाया। यह पद सुनकर अकबर इतने मुग्ध हुए कि उन्होंने सूरदास से मिलने का निश्चय कर लिया। चूँकि मुगल बादशाहों को अपना यश सुनने की लालसा रहती है थी अतः अकबर ने सूरदास को अपना यश वर्णन करने का आग्रह किया। तब सूरदास ने बड़े ही विनम्रता से अपनी असमर्थता जाहिर करते हुए कहा कि मैं सिर्फ ईश्वर का ही यश गान कर सकता हूँ, क्योंकि मेरे नेत्र बस ईश्वर को ही देखते हैं और सदैव उन्हीं के दर्शन को प्यासे रहते हैं।

सूर के इसी पद ‘ऐसे दरस को ए मरत लोचन व्यास’ को लेकर अकबर ने पूछा, “कि आप तो नेत्र ज्योति से वंचित हैं, फिर आपके नेत्र दरस को कैसे प्यासे मरते हैं?” तब सूरदास ने उत्तर दिया कि ये नेत्र भगवान को देखते हैं और उस स्वरूप का रसपान प्रतिक्षण करने पर भी अतृप्त बने रहते हैं।’’

अकबर ने सूरदास से कुछ धन स्वीकार करने का अनुरोध किया पर सूरदास ने निडरतापूर्वक भेंट अस्वीकार करते हुए कहा “आज पीछे हमको कबहूं फेरि मत बुलाइयो और मोको कबहूं लिलियो मती।”

इस तरह सूरदास का सम्पूर्ण जीवन वल्लभाचार्य से साथ श्रीनाथ जी के मंदिर में सेवा करते हुए और भगवान की लीला के पद गाते हुए व्यतीत हुआ। इनकी मृत्यु परसौली नामक स्थान पर हुई, कहा जाता है कि इसी स्थान पर कृष्ण ने  रासलीला भी की थी। एक दिन आचार्य वल्लभ, श्रीनाथ जी और गोसाई विट्ठलनाथ ने श्रीनाथ जी की आरती करते समय सूरदास को अनुपस्थित देखा। इससे उन्हें यह समझते देर नहीं लगी कि सूरदास का अन्त समय निकट आ गया है। उन्होंने अपने सेवकों से कहा कि- “पुष्टिमार्ग का जहाज़ जा रहा है, जिसे जो लेना हो ले ले।” अर्थात सूरदास को उनके गुरु ने अंत में पुष्टिमार्ग का जहाज नाम देकर विदा किया।

स्रोत: Surdas, सूरदास, Poet, कवि, Krishna, कृष्ण, Devotee, भक्ति, Akbar, अकबर, इतिहास, History
Tags: AkbarDevotionHistoryPoetSurdasअकबरइतिहासकविभक्तिसूरदास
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

‘पीएम मोदी का हुआ अपमान’: शी जिनपिंग और जर्मनी की चांसलर ने नहीं मिलाया हाथ; क्या है वायरल वीडियो का सच

अगली पोस्ट

जिन्ना का ऑफर ठुकरा कर भारत की तरफ से लड़े, जन्मदिवस से 12 दिन पहले बलिदान हो गए थे ‘नौशेरा के शेर’ ब्रिगेडियर उस्मान

संबंधित पोस्ट

तुलसीदास जी की कहानी: एक ऐसे भक्त, जिन्होनें राम कथा को घर-घर पहुँचाया
धार्मिक कथा

तुलसीदास जी की कहानी: एक ऐसे भक्त, जिन्होनें राम कथा को घर-घर पहुँचाया

6 October 2025

चित्रकूट के घाट पर बहुत सारे संत इकठ्ठा थे। वहीं एक संत चुपचाप बैठकर चंदन घिस रहे थे और वो चंदन भगवान राम के माथे...

कैसे अटल बिहारी वाजपेयी ने हिंदी को संयुक्त राष्ट्र तक पहुँचाकर रचा इतिहास और संयुक्त राष्ट्र के हॉल में गूंजाई भारत की आवाज़
इतिहास

कैसे अटल बिहारी वाजपेयी ने हिंदी को संयुक्त राष्ट्र तक पहुँचाकर रचा इतिहास और संयुक्त राष्ट्र के हॉल में गूंजाई भारत की आवाज़

4 October 2025

आज ही के दिन भारत के महान नेता अटल बिहारी वाजपेयी ने इतिहास रचा जब उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में पहली बार हिंदी में...

भारत-अफगान रिश्तों की नई उड़ान: काबुल से दिल्ली तक, बदलते समीकरणों के बीच नई रणनीतिक धारा
इतिहास

भारत-अफगान रिश्तों की नई उड़ान: काबुल से दिल्ली तक, बदलते समीकरणों के बीच नई रणनीतिक धारा

4 October 2025

अफगानिस्तान के विदेश मंत्री मुल्ला अमीर खान मुत्तकी अगले हफ्ते रूस और भारत का दौरा करेंगे। यह यात्रा पाकिस्तान को उनकी यात्रा पर रोक लगाने...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Why Are Kashmir’s So-Called Leaders Silent on Pakistan’s Brutality in PoK?

Why Are Kashmir’s So-Called Leaders Silent on Pakistan’s Brutality in PoK?

00:06:23

How Pakistan Air Force was Grounded by IAF During 'Operation Sindoor'?

00:06:03

Narrative War in UP: Why Ecosystem Fears Yogi’s Bulldozer of Truth

00:06:53

Why Electoral Roll Purification Is India’s National Priority? | Special Intensive Revision |

00:08:22

How Congress acted as BRITISH RAJ’S B-TEAM and Continues that legacy?

00:07:48
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited