हरियाणा के कुरूक्षेत्र में सोमवार (5 दिसंबर) को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के मुख्य उत्सव का शुभारंभ किया है। मंत्रोच्चारण और शंखनाद के बीच गीता के पूजन की रस्म अदा की गई। इसके अलावा एक यज्ञ का भी आयोजन किया गया था जिसमें सैनी के अलावा केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, जांजीबार के सांस्कृतिक एवं खेल मंत्री टीएम माविता समेत कई प्रमुख लोगों ने में आहुति डाली। कार्यक्रम में इस बार के अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के पार्टनर देश तंजानिया के पवेलियन का उद्घाटन किया गया। सैनी ने इसके साथ ही सूचना, जनसम्पर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग की राज्य स्तरीय प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया है।
2016 से लगातार इस महोत्सव को अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है और पिछले वर्ष करीब 45 से 50 लाख लोगों ने हिस्सेदारी की थी। इसके कार्यक्रमों की शुरुआत बीते 28 नवंबर से ही हो गई थी लेकिन मुख्य उत्सव की शुरुआत आज से ही हुई है। यह महोत्सव 15 दिसंबर तक जारी रहेगा। यह उत्सव मुख्य रूप से कुरुक्षेत्र के ब्रह्म सरोवर में आयोजित किया जाता है। इस सरोवर के बारे में माना जाता है कि यही वह स्थान है जहां भगवान कृष्ण ने महाभारत के दौरान अर्जुन को भगवद् गीता का उपदेश दिया था।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस कार्यक्रम को लेकर कहा कि विश्व की हर समस्या का समाधान पवित्र ग्रंथ गीता में निहित है। उन्होंने कहा, “गीता के उपदेशों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। गीता महोत्सव लुप्त होती कलाओं के संरक्षण का भी बड़ा मंच साबित हो रहा है।” सीएम सैनी ने कहा कि यह महोत्सव लोक संस्कृति और सभ्यता, लोक कलाओं के लिए संजीवनी बना गया है। इस महोत्सव के दौरान गीता का पठन, भजन और नृत्य व नाटक जैसी विभिन्न गतिविधियां शामिल हैं। बच्चों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए बच्चों के लिए बहुत सारी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाना है। कार्यक्रम में बीते वर्षों की तरह ही लाखों लोगों के शामिल होने का अनुमान है।