INS तमाल के बाद अब युद्धपोत का आयात नहीं करेगा भारत, आत्मनिर्भर भारत की राह पर एक और कदम
TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    पंजाब के किसान बाढ़ से बेहाल

    पंजाब के किसान बाढ़ से बेहाल, केंद्र सरकार मदद को तैयार, जानें केंद्र सरकार को मुआवजा देने में क्यों आ रही दिक्कत

    B से बिहार, B से बीड़ी: कांग्रेस के ट्वीट से मचा सियासी बवाल

    B से बिहार, B से बीड़ी: कांग्रेस के ट्वीट से मचा सियासी बवाल

    पीएम मोदी के आवास में भाजपा सांसदों का डिनर

    जेपी नड्डा के घर ‘डिनर’ से शुरू- पीएम मोदी के घर ‘डिनर’ पर खत्म: भाजपा सांसदों की ‘क्लास’ में क्या है ख़ास ?

    बिहार चुनाव 2025: भाजपा-एनडीए की रणनीति से बन सकता है इतिहास

    बिहार चुनाव 2025: भाजपा-एनडीए की रणनीति से बन सकता है इतिहास

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    टैरिफ टेंशन और व्हाइट हाउस की ठनक के बीच पीएम मोदी का यूएनजीए से किनारा, जानें कौन जाएगा डेलिगेशन में

    टैरिफ टेंशन और व्हाइट हाउस की ठनक के बीच पीएम मोदी का संयुक्त राष्ट्र महासभा से किनारा, डेलिगेशन में कौन जाएगा ?

    भारत-अमेरिका रिश्तों में खटास के 5 बड़े कारण और भारत की नई कूटनीतिक चालें

    भारत-अमेरिका रिश्तों में खटास के 5 बड़े कारण और भारत की नई कूटनीतिक चालें

    भारत के सम्मान से समझौता नहीं: अमेरिका के लिए चेतावनी है नवारो विवाद

    भारत के सम्मान से समझौता नहीं: अमेरिका के लिए चेतावनी है नवारो विवाद

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    पहली बार उत्तर प्रदेश के 7 शहरों में महिलाएं संभालेंगी ट्रैफिक व्यवस्था

    पहली बार उत्तर प्रदेश के 7 शहरों में महिलाएं संभालेंगी ट्रैफिक व्यवस्था

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    टैरिफ टेंशन और व्हाइट हाउस की ठनक के बीच पीएम मोदी का यूएनजीए से किनारा, जानें कौन जाएगा डेलिगेशन में

    टैरिफ टेंशन और व्हाइट हाउस की ठनक के बीच पीएम मोदी का संयुक्त राष्ट्र महासभा से किनारा, डेलिगेशन में कौन जाएगा ?

    भारत-अमेरिका रिश्तों में खटास के 5 बड़े कारण और भारत की नई कूटनीतिक चालें

    भारत-अमेरिका रिश्तों में खटास के 5 बड़े कारण और भारत की नई कूटनीतिक चालें

    भारत के सम्मान से समझौता नहीं: अमेरिका के लिए चेतावनी है नवारो विवाद

    भारत के सम्मान से समझौता नहीं: अमेरिका के लिए चेतावनी है नवारो विवाद

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    बंगाल की भूली हुई त्रासदी पर ‘चुप्पी’: ममता सरकार क्यों डर रही है The Bengal Files से?

    बंगाल की भूली हुई त्रासदी पर ‘चुप्पी’: ममता दीदी को The Bengal Files से इतना डर क्यों लग रहा है?

    काशी-मथुरा पर संवाद का रास्ता खुला: भागवत के संतुलित बयान को मदनी का समर्थन

    काशी-मथुरा पर संवाद का रास्ता खुला: भागवत के संतुलित बयान को मदनी का समर्थन

    ओणम सिर्फ फसल उत्सव नहीं: वामन और महाबली की कथा को बचाना हमारी जिम्मेदारी

    ओणम सिर्फ फसल उत्सव नहीं: वामन और महाबली की कथा को बचाना हमारी जिम्मेदारी

    अयोध्या में भूटान के प्रधानमंत्री का विशेष दौरा: रामलला के किए दर्शन, भारत-भूटान मित्रता को नई ऊंचाई

    अयोध्या में भूटान के प्रधानमंत्री का विशेष दौरा: रामलला के किए दर्शन, भारत-भूटान मित्रता को नई ऊंचाई

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    पंजाब के किसान बाढ़ से बेहाल

    पंजाब के किसान बाढ़ से बेहाल, केंद्र सरकार मदद को तैयार, जानें केंद्र सरकार को मुआवजा देने में क्यों आ रही दिक्कत

    B से बिहार, B से बीड़ी: कांग्रेस के ट्वीट से मचा सियासी बवाल

    B से बिहार, B से बीड़ी: कांग्रेस के ट्वीट से मचा सियासी बवाल

    पीएम मोदी के आवास में भाजपा सांसदों का डिनर

    जेपी नड्डा के घर ‘डिनर’ से शुरू- पीएम मोदी के घर ‘डिनर’ पर खत्म: भाजपा सांसदों की ‘क्लास’ में क्या है ख़ास ?

    बिहार चुनाव 2025: भाजपा-एनडीए की रणनीति से बन सकता है इतिहास

    बिहार चुनाव 2025: भाजपा-एनडीए की रणनीति से बन सकता है इतिहास

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    टैरिफ टेंशन और व्हाइट हाउस की ठनक के बीच पीएम मोदी का यूएनजीए से किनारा, जानें कौन जाएगा डेलिगेशन में

    टैरिफ टेंशन और व्हाइट हाउस की ठनक के बीच पीएम मोदी का संयुक्त राष्ट्र महासभा से किनारा, डेलिगेशन में कौन जाएगा ?

    भारत-अमेरिका रिश्तों में खटास के 5 बड़े कारण और भारत की नई कूटनीतिक चालें

    भारत-अमेरिका रिश्तों में खटास के 5 बड़े कारण और भारत की नई कूटनीतिक चालें

    भारत के सम्मान से समझौता नहीं: अमेरिका के लिए चेतावनी है नवारो विवाद

    भारत के सम्मान से समझौता नहीं: अमेरिका के लिए चेतावनी है नवारो विवाद

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    पहली बार उत्तर प्रदेश के 7 शहरों में महिलाएं संभालेंगी ट्रैफिक व्यवस्था

    पहली बार उत्तर प्रदेश के 7 शहरों में महिलाएं संभालेंगी ट्रैफिक व्यवस्था

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    टैरिफ टेंशन और व्हाइट हाउस की ठनक के बीच पीएम मोदी का यूएनजीए से किनारा, जानें कौन जाएगा डेलिगेशन में

    टैरिफ टेंशन और व्हाइट हाउस की ठनक के बीच पीएम मोदी का संयुक्त राष्ट्र महासभा से किनारा, डेलिगेशन में कौन जाएगा ?

    भारत-अमेरिका रिश्तों में खटास के 5 बड़े कारण और भारत की नई कूटनीतिक चालें

    भारत-अमेरिका रिश्तों में खटास के 5 बड़े कारण और भारत की नई कूटनीतिक चालें

    भारत के सम्मान से समझौता नहीं: अमेरिका के लिए चेतावनी है नवारो विवाद

    भारत के सम्मान से समझौता नहीं: अमेरिका के लिए चेतावनी है नवारो विवाद

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    बंगाल की भूली हुई त्रासदी पर ‘चुप्पी’: ममता सरकार क्यों डर रही है The Bengal Files से?

    बंगाल की भूली हुई त्रासदी पर ‘चुप्पी’: ममता दीदी को The Bengal Files से इतना डर क्यों लग रहा है?

    काशी-मथुरा पर संवाद का रास्ता खुला: भागवत के संतुलित बयान को मदनी का समर्थन

    काशी-मथुरा पर संवाद का रास्ता खुला: भागवत के संतुलित बयान को मदनी का समर्थन

    ओणम सिर्फ फसल उत्सव नहीं: वामन और महाबली की कथा को बचाना हमारी जिम्मेदारी

    ओणम सिर्फ फसल उत्सव नहीं: वामन और महाबली की कथा को बचाना हमारी जिम्मेदारी

    अयोध्या में भूटान के प्रधानमंत्री का विशेष दौरा: रामलला के किए दर्शन, भारत-भूटान मित्रता को नई ऊंचाई

    अयोध्या में भूटान के प्रधानमंत्री का विशेष दौरा: रामलला के किए दर्शन, भारत-भूटान मित्रता को नई ऊंचाई

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

INS तमाल के बाद अब युद्धपोत का आयात नहीं करेगा भारत, आत्मनिर्भर भारत की राह पर एक और कदम

भारत का आखिरी आयातित युद्धपोत INS तमाल, नौसेना में पूरी तरह आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा देश

Shiv Chaudhary द्वारा Shiv Chaudhary
4 July 2025
in आयुध, भारत, रक्षा
INS तमाल ने युद्धपोत आयात का किया अंत, आत्मनिर्भर भारत की राह पर एक और कदम

INS तमाल युद्धपोत को कमीशन करते अधिकारी।

Share on FacebookShare on X

भारत के रक्षा इतिहास का एक महत्वपूर्ण अध्याय इस सप्ताह चुपचाप समाप्त हो गया। रूस के कलिनिनग्राद में, भारतीय नौसेना ने तलवार श्रेणी के स्टील्थ फ्रिगेट INS तमाल को कमीशन किया। शक्तिशाली और अच्छी तरह से सुसज्जित होने के बावजूद, इस जहाज को जो चीज सबसे अलग बनाती है, वह सिर्फ इसकी लड़ाकू क्षमताएं नहीं हैं, बल्कि यह इसका प्रतिनिधित्व भी करता है।

INS तमाल आखिरी युद्धपोत होगा जिसे भारत किसी दूसरे देश से आयात करेगा। अब से, भारतीय नौसेना में शामिल होने वाले सभी प्रमुख युद्धपोतों को घर पर ही डिजाइन और निर्मित किया जाएगा। यह बदलाव एक शक्तिशाली संदेश देता है। भारत अब सिर्फ सैन्य ताकत का खरीदार ही नहीं, निर्माता भी है।

संबंधितपोस्ट

भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

टैरिफ टेंशन और व्हाइट हाउस की ठनक के बीच पीएम मोदी का संयुक्त राष्ट्र महासभा से किनारा, डेलिगेशन में कौन जाएगा ?

भारत-अमेरिका रिश्तों में खटास के 5 बड़े कारण और भारत की नई कूटनीतिक चालें

और लोड करें

निर्भरता से आत्मविश्वास तक

दशकों तक, भारत महत्वपूर्ण सैन्य हार्डवेयर के लिए दूसरे देशों पर बहुत अधिक निर्भर था। नौसेना को, खास तौर पर, युद्धपोतों के लिए विदेश की ओर देखना पड़ता था, चाहे वह ब्रिटेन, सोवियत संघ, रूस या इटली से हो। स्वतंत्रता के बाद के शुरुआती वर्षों में यह बात समझ में आती थी, जब भारत के पास परिष्कृत नौसैनिक प्लेटफॉर्म बनाने के लिए औद्योगिक क्षमता और तकनीकी ज्ञान दोनों की कमी थी। लेकिन, पिछले कुछ दशकों में, यह तस्वीर लगातार बदली है। बुनियादी गश्ती जहाजों से शुरू हुआ यह जहाज निर्माण का एक पूर्ण विकसित पारिस्थितिकी तंत्र बन गया है। इसमें सार्वजनिक और निजी निर्माता शामिल हैं, जिन्हें घरेलू डिजाइन विशेषज्ञता का समर्थन प्राप्त है। आज भारतीय नौसेना के 90% से अधिक जहाज भारत में ही बनाए जाते हैं, जो अतीत की निर्भरता से बहुत दूर हैं।

आईएनएस तमाल और पिछले महीने कमीशन किया गया इसका सहयोगी जहाज आईएनएस तुशील, इस लंबे बदलाव में अंतिम आयात हैं। अंतर-सरकारी समझौते के तहत रूस के यंतर शिपयार्ड में निर्मित, ये दो क्रिवाक-III श्रेणी के फ्रिगेट उन्नत सेंसर, हथियार प्रणाली और स्टील्थ सुविधाओं से लैस हैं। लेकिन, आगे बढ़ते हुए भारत अब विदेश से पूरा युद्धपोत खरीदने की योजना नहीं बना रहा है। यह एक नीतिगत बदलाव है, जिसे बनाने में कई साल लगे और अब, आखिरकार, यह एक वास्तविकता बन गई है।

क्या खास बनाता है आईएनएस तमाल को

आईएनएस तमाल एक बहुमुखी, बहु-भूमिका वाला फ्रिगेट है। 124.8 मीटर लंबा और लगभग 4,035 टन वजनी यह जहाज 30 नॉट (56 किमी/घंटा) की गति तक पहुंच सकता है। 10,000 किलोमीटर से अधिक की परिचालन सीमा के साथ, यह हिंद महासागर क्षेत्र में विस्तारित तैनाती में सक्षम है। जहाज़ हथियारों की महत्वपूर्ण रेंज से सुसज्जित है। यह जहाज हवा में मार करने वाली 24 मिसाइलों, A-190 100 एमएम मुख्य बंदूक, AK-630 क्लोज-इन हथियार प्रणाली, हैवीवेट टॉरपीडो और RBU-6000 पनडुब्बी रोधी रॉकेट लांचर जैसे हथियारों से सुसज्जित है।

इसका इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट, उन्नत रडार सिस्टम (जिसमें फ्रेगेट और पॉजिटिव-एम रडार शामिल हैं) और स्वचालित क्षति नियंत्रण प्रणाली इसे एक आधुनिक, जीवित रहने योग्य युद्धपोत बनाती है। इसमें रडार और दृश्य हस्ताक्षर को कम करने के लिए डिज़ाइन की गई स्टील्थ विशेषताएं भी हैं। यह कामोव का-28 या का-31 जैसे पनडुब्बी रोधी हेलीकॉप्टरों को ले जा सकता है और संचालित कर सकता है, जिससे इसकी निगरानी और स्ट्राइक रेंज बढ़ जाती है। विदेश में निर्मित होने के बावजूद, भारतीय नौसेना ने इसे सुनिश्चित किया है कि ये जहाज अपनी मौजूदा प्रणालियों और सिद्धांतों में फिट हो। लेकिन, तथ्य यह है कि भविष्य के जहाजों को विदेश से खरीदने की आवश्यकता नहीं होगी, क्योंकि भारत अब उन्हें खुद बनाने में सक्षम है।

स्वदेशी नौसेना डिजाइन की लंबी यात्रा

जहाज निर्माण में आत्मनिर्भरता की ओर भारत का मार्च रातोंरात शुरू नहीं हुआ। यह यात्रा 1961 में देश की पहली स्वदेशी रूप से निर्मित गश्ती नाव INS अजय के कमीशन के साथ शुरू हुई। क्षमताओं को बढ़ाने के लिए क्रमिक विकास, परीक्षण और त्रुटि और घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों तरह के सहयोग के दशकों लगे। 1956 में नौसेना ने नौसेना डिजाइन निदेशालय (DND) की स्थापना की, जो भारत के स्वदेशी जहाज डिजाइन कार्यक्रम की रीढ़ बन गया। 1990 के दशक तक भारत ने अपना पहला स्वदेशी विध्वंसक INS दिल्ली बना लिया था और न केवल खरीदने के लिए बल्कि सीखने के लिए भी वैश्विक जहाज निर्माताओं के साथ सक्रिय रूप से भागीदारी कर रहा था।

2000 के दशक में एक गहरा बदलाव देखा गया। प्रोजेक्ट 17 (फ्रिगेट), प्रोजेक्ट 28 (ASW कोरवेट) और प्रोजेक्ट 15A/15B (विध्वंसक) जैसी परियोजनाओं के तहत भारत ने घर पर ही जटिल प्लेटफॉर्म डिजाइन करना और बनाना शुरू किया। डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (MDL), गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE), गोवा शिपयार्ड लिमिटेड और कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड (CSL) जैसे शिपयार्ड केंद्रीय खिलाड़ी बन गए। 2024 तक 67 भारतीय युद्धपोत निर्माणाधीन हैं, जिनमें अगली पीढ़ी के स्टील्थ फ्रिगेट, मिसाइल पोत, अपतटीय गश्ती पोत और विमान वाहक शामिल हैं।

मोदी सरकार की भूमिका: उद्देश्य से समर्थित नीति

हालांकि, भारतीय नौसेना लंबे समय से स्वदेशीकरण की वकालत करती रही है। पिछले एक दशक में इस प्रयास में महत्वपूर्ण गति आई है। 2014 से, मोदी सरकार ने घरेलू रक्षा उत्पादन को रणनीतिक प्राथमिकता बना दिया है। 2020 में शुरू किए गए आत्मनिर्भर भारत अभियान ने धीमी और स्थिर प्रक्रिया को आकार और दिशा दी। 400 से अधिक रक्षा वस्तुओं के आयात पर प्रतिबंध, नई रक्षा अधिग्रहण प्रक्रियाएँ और निजी निर्माताओं के लिए प्रोत्साहन सहित प्रमुख नीतिगत बदलावों ने उद्योग को वह बढ़ावा दिया, जिसकी उसे ज़रूरत थी। नौसेना, जो पहले से ही इस मामले में आगे थी, ने इस अवसर का उपयोग भारतीय जहाज निर्माण पर दोगुना ज़ोर देने के लिए किया। अब इसका नतीजा भी दिख रहा है। भारत अब सिर्फ़ अपने लिए युद्धपोत नहीं बना रहा है, बल्कि उनका निर्यात भी कर रहा है। मॉरीशस, वियतनाम, श्रीलंका, मालदीव, म्यांमार और यूएई जैसे देशों को भारत में निर्मित अपतटीय गश्ती जहाज, मिसाइल बोट और इंटरसेप्टर क्राफ्ट दिए गए हैं। 2023-24 में रक्षा निर्यात ₹21,000 करोड़ के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है और नौसेना के प्लैटफ़ॉर्म एक प्रमुख निर्यात श्रेणी के रूप में उभर रहे हैं।

क्या तमाल के बाद होगा पूरी तरह से स्वदेशी बेड़ा

आईएनएस तमाल के साथ, बाहरी निर्भरता का एक लंबा अध्याय समाप्त हो गया है। लेकिन, भविष्य में इससे कहीं ज़्यादा की उम्मीद है। भारत अब अगली पीढ़ी के कार्वेट, अगली पीढ़ी के मिसाइल पोत और बहुउद्देश्यीय सहायक पोत कार्यक्रमों पर काम कर रहा है। ये सभी घरेलू डिज़ाइन पर आधारित हैं। एक और स्वदेशी विमानवाहक पोत (IAC-2) पाइपलाइन में है और स्टील्थ विध्वंसक और पनडुब्बियों की नई श्रेणियां तैयारी पर हैं। सार्वजनिक और निजी दोनों तरह के भारतीय शिपयार्ड अब विश्व स्तरीय प्लैटफ़ॉर्म डिज़ाइन और निर्माण कर रहे हैं। लक्ष्य है भारत की स्वतंत्रता की शताब्दी 2047 तक 100% स्वदेशी नौसेना बनाना।

भारत की प्रगति का प्रतीक

अंत में, INS तमाल समुद्र में अपना उद्देश्य पूरा करेगा। यह भारतीय जल क्षेत्रों की गश्त करेगा, व्यापार मार्गों की रक्षा करेगा और खतरों को रोकेगा। लेकिन, इसकी विरासत कहीं अधिक बड़ी है। यह खरीदार से निर्माता बनने की भारत की यात्रा में एक मार्कर के रूप में खड़ा है, यह याद दिलाता है कि दीर्घकालिक दृष्टि, संस्थागत प्रतिबद्धता और राजनीतिक इच्छाशक्ति एक क्षेत्र के पाठ्यक्रम को बदलने के लिए एक साथ आ सकती है। इस साल के अंत में कारोबार के लिए रवाना होने के बाद, तमाल भारत के नौसैनिक शस्त्रागार में सिर्फ एक और जहाज नहीं होगा। यह एक तैरता हुआ अनुस्मारक होगा कि भारत का जहाज निर्माण भविष्य दूर के बंदरगाहों में नहीं, बल्कि उसके अपने हाथों में है।

Tags: indian neavyins tamalINS तमालwarshipभारतभारतीय नौसेनायुद्धपोतरक्षा आयात
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

‘मज़दूर से प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति तक’: जिस त्रिनिदाद में पहुंचे हैं पीएम मोदी वहां भारतवंशियों ने कैसे बनाई पहचान?

अगली पोस्ट

कांवड़ यात्रा: चार भक्ति पथ, एक ही दिव्य गंतव्य

संबंधित पोस्ट

भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब
AMERIKA

भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

6 September 2025

भारत और अमेरिका के रिश्ते आज एक ऐसे दौर में हैं, जहां टैरिफ विवाद और रूस से भारत के बढ़ते संबंधों को लेकर तनाव है,...

भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम
भारत

भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

6 September 2025

भारत के सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने हाल ही में कहा कि “भविष्य के युद्ध केवल सेना नहीं, बल्कि पूरी राष्ट्र-शक्ति के सम्मिलित प्रयास...

टैरिफ टेंशन और व्हाइट हाउस की ठनक के बीच पीएम मोदी का यूएनजीए से किनारा, जानें कौन जाएगा डेलिगेशन में
AMERIKA

टैरिफ टेंशन और व्हाइट हाउस की ठनक के बीच पीएम मोदी का संयुक्त राष्ट्र महासभा से किनारा, डेलिगेशन में कौन जाएगा ?

6 September 2025

इसी महीने न्यूयॉर्क में होने वाली संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 80वें सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने की संभावना अब न के...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Why Periyar Is No Hero: The Anti-Hindu Legacy That Stalin & DMK Ecosystem Want You To Forget

Why Periyar Is No Hero: The Anti-Hindu Legacy That Stalin & DMK Ecosystem Want You To Forget

00:06:26

Why Hindus Should Reclaim The Forgotten Truth of Onam | Sanatan Roots vs Secular Lies

00:07:03

Suhana Khan in Trouble? Alleged Fake Farmer Claim and the ₹22 Crore Land Deal

00:05:55

IAF’s Arabian Sea Drill: Is it A Routine exercise or Future Warfare Preparation?

00:05:26

Ganesha’s Empire Beyond Bharat: The Forgotten History of Sanatan Dharma in Asia

00:07:16
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited